जीव विज्ञान - रेड डाटा बुक [RED DATA BOOK]

रेड डाटा बुक 

रेड डाटा बुक  [RED  DATA BOOK]

विश्व संरक्षण संघ (World Conservation Union) जिसे पूर्व में अन्तर्राष्ट्रीय प्राकृतिक एवं प्राकृतिक सम्पदा संरक्षण संघ (I.U.C.N. or IUCNNR) के नाम से जाना जाता था, के अनुसार विश्व के सभी भागों में विभिन्न कारणों से जैवविविधता में लगातार कमी आती जा रही है। यदि यही स्थिति रही तो पृथ्वी से महत्वपूर्ण प्रजातियों के विलुप्त हो जाने का खतरा और बढ़ जाएगा। इसे ध्यान में रखते हुए IUCN ने एक रेड डाटा बुक (Red data book) प्रकाशित की, जिसमें संकटापन्न जीवों की प्रजातियों के प्रकार तथा उन प्रजातियों का वर्णन किया गया है जो कि विलोपन के खतरे से गुजर रही हैं। यह पुस्तक सर्वप्रथम 1963 में प्रकाशित की गयी थी। 2004 में इसे संशोधित कर प्रकाशित किया गया है।
 IUCN के पाँच वर्ग जो संरक्षण के लिये बनाये गये थे उसका उपयोग विश्व संरक्षण मॉनीटर केन्द्र (World Conservation Motoring centure) ने किया और लगभग 60000 पादप और 2000 प्राणियों की जाति को खतरों से चिन्हांकित कियाइन प्राणियों का वर्णन रेड डाटा बुक (Red Data Book) में किया गया है। रेड डाटा बुक में प्रकाशित जातियों को थ्रेटेन्ड जाति (Threatened species) का नाम दिया गया।  IUCN के तीन वर्ग-संकटापन्न (Endangered), सुभद्य (Vulnerable) एवं दुर्लभ (Rare) प्रजातियाँ इस थ्रेटेन्ड जातियों के अन्तर्गत आते हैं। रेड डाटा बुक में पादप जातियों का वर्णन अधिक है लेकिन कुछ प्राणी समुदाय भी इसके अन्तर्गत आते हैं , जैसे-मछली, जिनकी जातियों की संख्या (343) है, उभयचर जिनकी जातियों की संख्या (50), इसी प्रकार सरीसृप (170), अकशेरुकी (1355), पक्षी (103) एवं स्तनधारियों की (497) जातियाँ शामिल हैं। इसके पश्चात् IUCN ने 1978 में प्लांट रेड डाटा बुक का प्रकाशन किया और सन् 1988 में IUCI ने रेड डाटा लिस्ट ऑफ ग्रेटेड एनिमल्स  (Red Data List of Treatened Animals) का प्रकाशन किया।

इन पुस्तकों को प्रकाशित करने का प्रमुख उद्देश्य निम्नानुसार हैं-
(1) संकटप्राय प्रजातियों के प्रति जनजागरण उत्पन्न करना एवं सूचना प्रसारित करना।
(2) संकटग्रस्त प्रजातियों को पहचानकर उनका अभिलेख तैयार करना।
(3) भूमण्डलीय स्तर पर जैव-विविधता का आकलन कर भूमण्डलीय सूचकांक जारी करना।
(4) स्थानीय स्तर पर संरक्षण की प्राथमिकता निर्धारित करना तथा जैवविविधता को पूर्वावस्था में लाने के लिए प्रेरित करता।
(5) अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर जैव-विविधता करार कर सभी देशों में इसका पालन सुनिश्चित करना।
जीव विज्ञान - रेड डाटा बुक [RED DATA BOOK] जीव विज्ञान - रेड डाटा बुक  [RED  DATA BOOK] Reviewed by rajyashikshasewa.blogspot.com on 7:18 PM Rating: 5

1 comment:

ABHISHEK SHORI said...

Aapne bahut acha likha hai es post me aur adhik jankari ke liye aaye
iucn kya hai aur red data book kya hai sampurn jankari

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