1 |
धुन सवार होना
– (काम पूरा करने की लगन होना) – उसको तो कविता बनाने की धुन सवार हो गई है
जब तक ये काम पूरा नहीं होगा तब तक वह शांति से नहीं बैठेगा । |
2 |
नीचा दिखाना
– (अपमानित करना) – वह बहुत बोलता था एक न एक दिन उसे नीचा तो देखना ही था
। |
3 |
धरना देना
– (सत्याग्रह करना) – आन्दोलनकारियों ने मंत्रीजी के खिलाफ धरना दे दिया । |
4 |
नाक में दम करना
– (बहुत तंग करना) – स्कूल के बच्चों ने तो मेरी नाक में दम क्र दिया । |
5 |
धज्जियाँ उड़ाना –
(दोष दिखाना) – शशि ने धोखेबाज की धज्जियाँ उदा दी । |
6 |
नाकों चने चबवा देना
– (बहुत परेशान करना) – आजकल बिजली विभाग वाले घरों पर छापा मारकर नाकों
चने चबा देते हैं । |
7 |
दूर के ढोल सुहावने
– (दूर से अच्छा होना) – लोग कहते हैं की दूर के ढोल ही सुहावने लगते हैं
वरना सब एक जैसे होते हैं । |
8 |
नाक कट जाना
– (इज्जत जाना) – तुम्हारे चोरी करते पकड़े जाने की वजह से हमारे खानदान की
तो नाक ही कट गई । |
9 |
दुकान बढ़ाना
– (दुकान बंद करना) – मेरे पिताजी ने कहा की दुकान को बढ़ा क्र घर आ जाना । |
10 |
नौ दो ग्यारह
होना- (भाग जाना) – पुलिस को देखते ही चोर नौ दो ग्यारह हो गये । |
11 |
दिल बढ़ाना
– (साहस भरना) – आजकल लोग किसी के भी दुःख में उसका दिल नहीं बढ़ते है । |
12 |
नमक मिर्च लगाना
– (बढ़ा-चढ़ाकर कहना) – चुगलखोर व्यक्ति हमेशा नमक मिर्च लगाकर बातें करते
हैं । |
13 |
दीदे का पानी ढल जाना
– (बेशर्म होना) – हुमायु तो मानो दीदे के पानी ढलने के हैं । |
14 |
धरती पर पाँव न रखना
– (अभिमानी होना) – उसका बेटा विदेश से आया है इस वजह से वो धरती पर पाँव
ही नही रख रहा है । |
15 |
दामन पकड़ना –
(सहारा लेना) – राकेश ने सहारा लेने के लिए अपने बड़े भाई का दामन पकड़ लिया । |
16 |
धोबी का कुत्ता
– (बेकार आदमी) – उस आदमी की मुझसे मत पूछो वह तो धोबी का कुत्ता है कोई
काम ही नहीं करता । |
17 |
दाँत उखाड़ना
– (कड़ा दण्ड देना) – सैनिकों ने उसके सारे दांत उखाड़ दिए लेकिन वह तब भी
नहीं माना । |
18 |
धुल में मिलना
– (बर्बाद होना) – अपने से ताकतवर से लड़ाई करोगे तो धुल में मिल जाओगे । |
19 |
दाँत पीसना
– (गुस्सा करना) – रामू के पिता जी हमेशा उस पर दांत पिसते रहते हैं । |
20 |
धूप में बाल सफेद करना
– (अनुभवहीन होना) – तुम्हे इस उम्र में इन सब बातों के बारे में नहीं पता
है तो तुमने धूप में अपने बाल सफेद किये हैं । |
21 |
दमड़ी के लिए चमड़ी
उधेड़ना – (छोटी बात के लिए बड़ा दंड देना) – राजा कंस के सैनिक दमड़ी क लिए
चमड़ी उधेड़ लेते हैं । |
22 |
धुएँ के बादल उड़ाना
– (भरी गप्पे मारना) – उसका कभी भी विश्वास मत करना वह तो धुएँ के बादल
उड़ाने में बहुत माहिर है । |
23 |
दिन फिरना – (समय
बदलना) – क्या करें जब से उसने भगवन को नमन करना शुरू किया है उसके तो दिन ही
फिर गये । |
24 |
धता बताना – (टाल
देना) – मैंने नेता जी से सहायता मांगी तो उन्होंने मुझे धता बता दिया । |
25 |
दूसरे के कंधे पर रखकर
बंदूक चलाना – (दूसरे के माध्यम से काम करना) – अक्षय तो उन व्यक्तियों में
से है जो दूसरों के कंधे पर रखकर बंदूक चलते हैं । |
26 |
धक्का लगाना
– (दुःख होना) – आजकल किसानों का फसल में बहुत धक्का लगता है । |
27 |
दिमाग आसमान पर चढना
– (ज्यादा गर्व होना) – तुम राहुल से बात मत किया करो उसका दिमाग तो आसमान
पर चढ़ रहा है । |
28 |
दिल दरिया होना
– (उदार होना) – क्या करें बिचारे का दिल दरिया था इसलिय पिघल गया । |
29 |
दो-दो हाथ करना –
(युद्ध करना) – कृष्ण ने कंस से खा की आओ दो-दो हाथ करते हैं । |
30 |
दिल टूटना
– (साहस टूटना) – अपनी प्रेमिका के मर जाने से उसका दिल बिलकुल टूट गया । |
31 |
दौड़ धूप करना
– (बहुत प्रयास करना) – उसने बहुत दौड़ धूप की पर उसे नौकरी नहीं मिली । |
32 |
दिमाग खाना
– (बकवास करना) – नैन्सी मेरा दिमाग मत खाओ मुझे बहुत काम है । |
33 |
दो नावों पर पैर रखना
– (दो विरोधी काम साथ करना) – सुमेस दो नावों पर सवार होने वाले कभी भी मर
सकते हैं । |
34 |
दाव खेलना
– (धोखा देना) – शकुनी ने पांडवपुत्रों के खिलाफ दाव खेला और उसमे सफल हो
गया । |
35 |
दूधो नहाओ पूतो फलो
– (धन और संतान मिले) – एक माँ ने अपने बेटे से कहा दूधो नहाओ पूतो फलो । |
36 |
दाहिना हाथ होना
– (भारोषेवाला व्यक्ति) – नानू अपने मालिक का दाहिना हाथ था लेकिन वह मारा
गया । |
37 |
दूध की नदियाँ बहाना
– (संपन्नता की भरमार होना) – वह तो अब इतनी उन्नति पर है की उनके यहाँ पर
दूध की नदियाँ बहती हैं । |
38 |
दाँत पीसकर रहना
– (गुस्सा होकर चुप रहना) – संजय के भाई ने उसे मरने के लिए कहा लेकिन वह
दांत पीसकर रह गया । |
39 |
दूध का दूध पानी का
पानी करना – (सही न्याय करना) – न्यायधीश के फैसले ने दूध का दूध और पानी
का पानी कर दिया । |
40 |
दम तोड़ देना –
(मर जाना) – अनुज भगवान के दर्शन करने गया था लेकिन उसने भगवान के मन्दिर में ही
दम तोड़ दिया । |
41 |
दुम दबाकर भागना
– (कायर होना)- युद्ध में पाकिस्तानी सैनिक दुम दबाकर भाग गये । |
42 |
दबे पाँव चलना
– (कोई आहट न करना) – अरे भाई दबे पाँव चलना अगर किसी को पता चल गया तो
बहुत पिटाई होगी । |
43 |
दिया लेकर
ढूँढना – (परेशान होकर ढूँढना) – आजकल ईमानदार व्यक्ति दिया लेकर ढूंढने से
भी नहीं मिलेंगे । |
44 |
दिल छोटा करना
– (दुखी होना) – बहन दिल छोटा मत करो तुम्हारा बेटा जल्द ही घर लौट आएगा । |
45 |
दिल्ली दूर होना
– (लक्ष्य दूर होना) – अभी तो तुम एंटर में पास हुए हो और वकील बनने की सोच
रहे हो अभी दिल्ली दूर है । |
46 |
दोनों हाथों में लड्डू
होना – (बहुत लाभ होना) – क्या करें उसके तो दोनों हाथों में लड्डू है । |
47 |
दिन दूना रात चौगुना
होना – (तरक्की मिलना) – उसने पैसा कमाने में दिन दूनी रात चौगुनी कर दी । |
48 |
द्रोपदी का चीर
होना – (अनंत होना) – तुम्हारा यह काम तो द्रोपदी का चीर हो गया है । |
49 |
दाल भात का कौर समझना
– (बहुत आसान समझना) – यह काम बहुत मुश्किल है कोई दाल भात का कौर नहीं है
। |
50 |
दिन में तारे दिखाई
देना – (घबरा जाना) – जब मैंने उसे मारा तो उसे दिन में तारे दिखाई दे गये
। |
51 |
दाने-दाने को मुंहताज
– (खाना न मिलना) – भिखारी दाने-दाने को मुंहताज हो गये हैं । |
52 |
द्रविड़ प्रणायाम करना
– (बात को घुमाकर कहना) – रानी हर बात को दूसरों से द्रविड़ प्रणायाम करने
को कहती है । |
53 |
दाई से पेट छिपाना
– (भेद छिपाना) – उसने मुझे अपना भेद बता ही दिया आखिर कब तक वह दाई से पेट
छिपा पाता । |
54 |
दो दिन का मेहमान
– (जल्दी मरनेवाला) – तुम उससे कुछ मत कहना वह तो बेचारा दो दिन का मेहमान
है । |
55 |
दांत तोडना
– (हराना) – अगर मुझसे कुछ उल्टा सीधा कहा तो मैं तुम्हारे दांत तोड़ दूंगा
। |
56 |
दूध के दांत न टूटना
– (अनुभवहीन होना) – गणेश अभी तुम्हारे दूध के दांत नहीं टूटे हैं पर मैंने
ये दुनिया देखी है । |
57 |
दलदल में फसना
– (मुश्किल में फसना) – वह गैर क़ानूनी कामों के दलदल में फस चूका है अब वह
लौट नहीं सकता । |
58 |
दूध की लाज रखना
– (माँ का सम्मान रखना) – पुष्प के बेटे ने उसके दूध की लाज रख ली । |
59 |
दम भरना
– (विश्वास करना) – वह तो हमेशा अपनी दोस्ती का दम भरता रहता है । |
60 |
दूज का चाँद होना
– (मुश्किल से दिखना) – अरे भाई तुम तो दूज का चाँद हो गये हो आजकल दीखते
ही नहीं हो । |
61 |
दाँतों तले उँगली
दबाना – आश्चर्य प्रकट करना – सर्कस में छोटे से बच्चे के अद्भुत खेल को
देखकर दर्शकों ने दाँतों तले ऊँगली दबा ली । |
62 |
दुनिया की हवा लगना
– (सांसारिक अनुभव होना)-जब से उसे दुनिया की हवा लगी है वह हम को भूल
गया है । |
63 |
थैली खोलना – (मन
खोलकर खर्च करना) – हमें हमेशा थैली खोलकर खर्च करना चाहिए । |
64 |
दीन दुनिया भूल जाना
– (सुध बुध न रहना) – गौतम बुद्ध ध्यान लगाने में दीन दुनिया को भूल गये । |
65 |
थाली का बैंगन होना
– (अस्थिर विचारों वाला) – तुम उससे क्या कहते हो वह तो थाली का बैंगन है
कभी इस तरफ तो कभी उस तरफ । |
66 |
दिल के फफोले फोड़ना
– (मन की भडास निकलना) – उनकी अपने घर में तो चलती है नहीं गरीबों पर अपने
दिल के फफोले फोड़ते रहते हैं । |
67 |
थूक से सत्तू सानना
– (बहुत कंजूसी करना) – मोहन से पैसे नहीं मिलेंगे वह तो थूक से सत्तू
सानता है । |
68 |
दाल में काला होना
– (संदेह होना) – वे दोनों छिपकर कुछ बातें क्र रहे हैं जरुर दाल में कुछ
काला है । |
69 |
थू थू करना
– (लज्जित करना) – तुम्हारे कामों पर सब थू थू करेगे । |
70 |
दाल गलना – (मतलब
निकलना) – तुम्हारी दाल यहाँ पर नहीं गलेगी तुम कहीं और जाओ । |
71 |
तिलांजली देना
– (त्यागना) – धर्म ने अपनी पत्नी को तिलांजली दे दी । |
72 |
दाना पानी उठना
– (अन्न जल न मिलना) – जब उसने अपनी नौकरी छोड़ दी तो उसका घर से दाना पानी
उठ गया । |
73 |
तेल की कचौड़ियों पर
गवाही देना – (सस्ते में काम करना) – अदालत में उसने तेल की कचौड़ियों पर
गवाही दी थी । |
74 |
दाँतों में तिनका लेना
– (अधीनता स्वीकार करना) – वीर शिवाजी के सामने सभी लोक दाँतों में तिनका
लेकर प्रस्तुत हुए । |
75 |
तार-तार होना
– (बुरी तरह फटना) – उसके सामान से भरे थैले के तार-तार हो गये । |
76 |
दांतकटी रोटी होना
– (पक्की दोस्ती होना) – नरेश और रमेश में दांतकटी रोटी जैसा सम्बन्ध है । |
77 |
तुक में तुक मिलाना
– (खुशामद करना) – वह तो सामने तुक में तुक मिलाता है पर बाद में चुगली
करता है । |
78 |
दर -दर मारा फिरना
– (दुर्दशाग्रस्त घूमना) – पवन ने नौकरी छोड़ दी और अब वह दर-दर मारा फिर
रहा है । |
79 |
तंग हाथ होना –
(गरीब होना) – आजकल हम कुछ खरीद नहीं सकते क्योंकि इस समय हमारा हाथ तंग है । |
80 |
दबी जबान से कहना
– (धीरे-धीरे कहना) – नौकर ने अपनी बात मालिक से दबी जबान में कही जिससे
उसके मालिक को सुनाई न दे । |
81 |
तरह देना
– (ध्यान न रखना) – डॉक्टर अपने मरीजों को तरह नहीं देता था इसलिय मरीज मर
गया । |
82 |
दांत खट्टे करना
– पराजित करना – महारानी लक्ष्मीबाई ने युद्ध में अंग्रेजों के दांत खट्टे
कर दिए । |
83 |
तह देना – (दवाई
देना) – डॉक्टर ने अपने मरीज को तह दी और मरीज उससे ठीक हो गया । |
84 |
थाह लेना – (पता
लगाना) – तुम स्यम्सिंह के बारे में थाह लेकर आओ । |
85 |
तिल का ताड़ कर देना
– (बहुत बढ़ा चढ़ाकर कहना) – जितनी बात होती है उतनी ही कहनी चाहिए हमें तिल
का ताड नहीं बनाना चाहिए । |
86 |
थोथी बात होना
– (बिना मतलब की बात होना) – पवन से बात करने का कोई फयदा नहीं है उसकी तो
थोथी बात होती है । |
87 |
तारे तोड़ लाना
– (असंभव काम करना) – उसने अपनी पत्नी से कहा की वह उसके लिए तारे भी तोड़
कर ला सकता है । |
88 |
थूककर चाटना
– (वचन से मुकरना) – तुम जैसे आदमी पर कभी भी भरोषा नहीं करना चाहिए तुम तो
थूककर चाटने लगते हो । |
89 |
ताना मारना
– (व्यंग्य करना) – मेरे पिताजी हर छोटी -छोटी बात पर मुझे ताना मरते रहते
है । |
90 |
थुड़ी -थुड़ी करना
– (धिक्कारना) – उसके नीच कर्म करने पर सभी उसके मुंह पर थुड़ी-थुड़ी कर रहे
थे । |
91 |
तलवे धो कर पीना
– (खुशामद करना) – वह अपने मालिक के तलवे धोकर पिता रहा इसीलिए तो उसे आज
अपने मालिक की सम्पत्ति में हिस्सा मिला । |
92 |
तेली का बैल होना
– (हर समय काम करना) – वह तो तेली के बैल की तरह है कभी थकता ही नहीं है । |
93 |
तबीयत फड़क उठना
– (मन खुश होना) – पंकज उदास जी की गजलें सुनकर मेरी तो तबीयत ही फड़क उठी । |
94 |
तितर – बितर होना
– (बिखर जाना) – उसकेभाई थे अब सब तितर बितर हो गये है । |
95 |
तकदीर चमकाना- (अच्छे दिन आना) – जब से
उसे नौकरी मिली है उसकी तो तकदीर ही चमक गई । |
96 |
तोते की तरह आँखें
फेरना – (बेमुरौवत होना) – उसके सामने कोई काम मत किया करो वह तोते की तरह
ऑंखें फेरता रहता है । |
97 |
ढोल में पोल होना
– (खाली होना) – उस वस्तु का वजन तो बहुत था पर उसमें था कुछ नहीं यह तो
ढोल में पोल वाली बात हो गई । |
98 |
तेवर बदलना
– (क्रोध करना) – उससे कुछ कहना बेकार है उसके तेवर बदलते रहते हैं । |
99 |
ढेर होना – (मर
जाना) – अकबर के विरोधी उसके सामने ढेर हो गये । |
100 |
तंग करना
– (हैरान करना) – लवकेश ने मुझे बहुत तंग क्र दिया है । |
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