इतिहास- सरस्वती सिन्धु (हड़प्पा) सभ्यता का विस्तार [EXTENSION OF THE SARASWATI INDUS (HARAPPA) CIVILIZATION]

EXTENSION OF THE  SARASWATI INDUS (HARAPPA) CIVILIZATION
EXTENSION OF INDUS CIVILIZATION

सरस्वती सिन्धु (हड़प्पा) सभ्यता का विस्तार [EXTENSION OF THE SARASWATI INDUS (HARAPPA) CIVILIZATION]

सिन्धु सभ्यता का क्षेत्र हड़प्पा और मोहनजोदड़ो तक ही सिमित  नहीं था, अपितु अत्यधिक विस्तृत था। सिन्धु सभ्यता का विस्तार विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं के क्षेत्रों बहुत अधिक विस्तृत था। संक्षेप में यह कहा जा सकता है कि सिन्धु सभ्यता पश्चिम में मकराना तट-प्रदेश पर सुत्कागेंडोर से पूर्व जिला मेरठ के आलमगीरपुर तक और उत्तर में जम्मू के मांदा से लेकर दक्षिण में किम सागर संगम पर भगतराव तक फैली हुई थी। समस्त समकालीन
सभ्यताओं में सिन्धु सभ्यता नि:सन्देह सबसे विस्तृत थी। क्षेत्र की दृष्टि से यह मिस्र और सुमेरिया सभ्यता से कहीं अधिक विशाल थी । प्रोफेसर आर.एन. राव का मानना है कि सिन्धु  सभ्यता का विस्तार पूर्व से पश्चिम 1600 किलोमीटर व उत्तर से दक्षिण 1100 किलोमीटर के क्षेत्र में था। विद्वान इतिहासवेत्ता पिगट का विचार है कि सिन्धु सभ्यता के अन्तर्गत इस विशाल प्रदेश की व्यवस्था व प्रशासन दो राजधानियों उत्तर में हड़प्पा व दक्षिण में मोहनजोदड़ो के द्वारा होता है। 
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